by Mahhaguru | May 21, 2018 | hindi
सूर्य ग्रह पीड़ा निवारण: १ सूर्य को बली बनाने के लिए व्यक्ति को प्रातःकाल सूर्योदय के समय उठकर लाल पुष्प वाले पौधों एवं वृक्षों को जल से सींचना चाहिए। २ रात्रि में ताँबे के पात्र में जल भरकर सिरहाने रख दें तथा दूसरे दिन प्रातःकाल उसे पीना चाहिए। ३ ताँबे का कड़ा दाहिने...
by Mahhaguru | May 21, 2018 | hindi
जन्म समय के दोष नज़रअन्दाज़ ना करें। जिस व्यक्ति का जन्म शुभ समय में होता है, उसे जीवन में अच्छे फल मिलते हैं और जिनका अशुभ समय में उसे कटु फल मिलते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह शुभ समय क्या है और अशुभ समय किसे कहते हैं, आइए जाने। अमावस्या में जन्म: ज्योतिष...
by Mahhaguru | May 21, 2018 | hindi
भारतीय ज्योतिष शास्त्र में कुल मिला कर 28 नक्षत्रों कि गणना है, तथा प्रचलित केवल 27 नक्षत्र है उसी के आधार पर प्रत्येक मनुष्य के जन्म के समय नामकरण होता है. अर्थात मनुष्य का नाम का प्रथम अक्षर किसी ना किसी नक्षत्र के अनुसार ही होता है. तथा इन नक्षत्रों के स्वामी भी...
by Mahhaguru | May 21, 2018 | hindi
मनुष्य के लिए संसार में सबसे पहली घटना उसका इस पृथ्वी पर जन्म है, इसीलिए प्रथम भाव जन्म भाव कहलाता है। जन्म लेने पर जो वस्तुएं मनुष्य को प्राप्त होती हैं उन सब वस्तुओं का विचार अथवा संबंध प्रथम भाव से होता है जैसे-रंग-रूप, कद, जाति, जन्म स्थान तथा जन्म समय की बातें।...
by Mahhaguru | May 19, 2018 | Astrology, yantra
Here are few things you need to do after receiving Yantra: You should place the Yantra after bath in the morning in direction as stated in other post. Light incense/oil lamp, offer a flower and chant the deity mantra or mantra of Yantra a minimum of 1008 times. 4.The...